एवरेडी कंपनी का नाम तो आपने सुना ही होगा, यह वही कंपनी है जिसके सेल से भारत में ज्यादातर घरों में कभी न कभी घड़ी या टीवी रिमोट को जरूर चलाया गया होगा. एवरेडी इंडस्ट्रीज भारत की सबसे पुरानी बैटरी बनाने वाली कंपनियों में से एक है जिसका कराेबार भारत से बाहर भी फैला हुआ है. दशकोंं पुरानी इस कंपनी में हाल ही में मैनेजमेंट लेवल पर भारी उथल-पुथल देखने को मिली है.
हाल ही में एवरेडी के चेयरमैन आदित्य खेतान और इसके सीएमडी अमृतांशु खेतान ने इस्तीफा सौंंप दिया है. इसी बीच खबर आई है कि अब इस कंपनी को डाबर इंडिया टेकओवर कर सकती है.
एवरेडी को डाबर इंडिया ने खरीदा
दरअसल डाबर इंडिया के प्रमोटर बर्मन फैमिली ने 28 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंज को सूचना दी है कि उन्होंने इस कंपनी में 26% की हिस्सेदारी खरीदने केे लिए बातचीत शुरू की है और यह डील 604 करोड़ रुपये की हो सकती है.
आपको बता दें कि कंपनी ने हाल ही में ओपन ऑफर जारी किया था. वही ओपन ऑफर क्या होता है, इस बारे में बात की जाए तो मार्केट रेगुलेटर सेबी के नियमों के अनुसार कंपनियों को 25% से अधिक की हिस्सेदारी खरीदना होता है तब ओपन ऑफर लाया जाता है.
कंपनी 5.26% के लिए यह ऑफर लेकर आएगी, इसके बाद एवरेडी में उसकी हिस्सेदारी 25.11% हो जाएगी. Fortuneindia की एक रिपोर्ट के अनुसार अमृतांशु खेतान ने अपने रेजिगनेशन लेटर में कंपनी को नया नेतृत्व मिलने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि बर्मन परिवार कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक बन गए है, अब आपकी कंपनी का प्रबंधन नियंत्रण बर्मन परिवार करेगा. उन्होंने कंपनी को नया नेतृत्व और दिशा देने में अपनी रुचि जाहिर की है, ऐसे मेंं मेरा बोर्ड से इस्तीफा देना ही सही होगा.
कंपनी द्वारा स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी के अनुसार डील फाइनल होने के बाद सुवामोय साहा को फिलहाल नए MD के रूप में चार्ज दिया जाएगा.
आपको बता दें कि एवरेडी कंपनी पर भारी भरकम खर्च है. एवरेडी पर वित्तवर्ष 2021 तक 418 करोड़ रुपये का कर्ज था, बैंकों ने कर्ज वसूलने के लिए खेतान की कंपनी के गिरवी पड़े शेयर बेच दिए थे.
कर्ज के बोझ तले दबी है एवरेडी
जिसमें बर्मन ग्रुप ने ओपन ऑफर में 122.30 करोड़ रुपए का निवेश 5.26% हिस्सा के लिए किया था. हालांकि, अब बर्मन ग्रुप की डाबर ने एवरेडी को अपने अधिकार में लेने की तैयारी शुरू कर दी है.
एवरेडी ग्रुप के इतिहास की बात की जाए तो कोलकाता की यह कंपनी बैटरी आदि बनाने वाली सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है. कंपनी पिछले 30 सालों से बीएम खेतान ग्रुप द्वारा संचालित थी. 1993 में खेतान ने यूनियन कार्बाइड इंडिया नाम से इसे शुरू किया था बाद में नाम एवरेडी किया गया.