देश के पांच राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव चल रहे है। ऐसे में सभी पार्टियां विधानसभा चुनावों को लेकर चुनाव प्रचार में पूरे दम-खम के साथ चुनाव लड़ रही है और कई राज्यों में पार्टी के सत्ता में वापसी के भी आसार दिखाई दे रहे हैं.आपको बता दें यूपी, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में अभी बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सरकार है।
यूपी में विधानसभा चुनाव के तीन चरण की 172 सीटों पर मतदान हो चुका है. और 231 सीटों पर मतदान होना बाकी है, वही आज 23 फरवरी को चौथे चरण में राज्य के 9 जिलों के 59 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। चौथे चरण में कुल 624 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। जिसमें मुख्य लड़ाई बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच है।
निकाय चुनाव में BJP उम्मीदवार को मिला सिर्फ एक वोट
गौरतलब है की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूरे दम-खम के साथ सभी राज्यों का चुनाव लड़ रही है और कई राज्यों में पार्टी को सत्ता में वापसी के संकेत भी नज़र आ रहे है। लेकिन क्या आपको पता है की चेन्नई के इरोड में स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने वाले भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्रन को सिर्फ एक वोट मिला है।

आजतक की खबर के मुताबिक, तमिलनाडु के इरोड जिले की भवानीसागर पंचायत के वार्ड 11 से बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्रन को मात्र एक वोट मिला है। दरअसल मंगलवार को जब चुनाव नतीजों का ऐलान हुआ, और वार्ड 11 की मतगणना पूरी हुई तो नरेंद्रन के खाते में केवल एक वोट आय वो भी उनका खुद का वोट है।
मतगणना समाप्त होने के बाद दुखी मन से नरेंद्रन मतगणना केंद्र से जब बाहर निकले तो पत्रकारों से बात करते हुए उनका दर्द छलक आया। मीडिया से बात करते हुए नरेंद्रन ने कहा की, ‘मैने बहुत मेहनत करके भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा, लेकिन मेरी अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं और मेरे दोस्तों व परिवार के लोगों ने ही मुझे धोका दे दिया।
परिवार और पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी नहीं वोट दिय
पत्रकारों से बात करते हुए दुखी मन से नरेंद्रन ने कहा, सब लोगों ने मुझे झूठे आश्वासन देकर धोखे में रखा, उनके दोस्तों, परिवार और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित किसी ने भी उन्हें वोट नहीं दिया है।
आपको बात दें नरेंद्र को डीएमके के उम्मीदवार ने हराया है, जिन्होंने कुल 162 वोटों में से 84 वोट मिले थे. तमिलनाडु में 21 निगमों, 138 नगर पालिकाओं और 489 नगर पंचायतों के 12,500 से अधिक वार्डों के लिए 19 फरवरी को चुनाव हुआ था।
वही ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 200 वार्ड में से 131 वार्ड पर मंगलवार शाम 4 बजे पूरी हो गई. जिसमें से 104 पार्षदों की सीटें हासिल कर डीएमके ने ग्रेटर चेन्नई नगर निगम पर जीत हासिल की। वहीं एआईएडीएमके को 12 और कांग्रेस को 7 सीटों पर जीत मिली।
गौरतलब है की 19 फरवरी को हुए स्थानीय निकाय चुनाव में 489 नगर पंचायतों के 12,500 से अधिक वार्डों के लिए मतदान हुआ था. मंगलवार को शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतगणना के दौरान ग्रेटर चेन्नई, अवादी और तांबरम आयुक्तालय के लगभग 2400 अधिकारी और तमाम पुलिसकर्मी तैनात किये गए थे।