यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है. इससे पहले कई इलाकों के नाम बदलने की मांग उठने लगी है. अभी हाल ही में अलीगढ़ और मैनपुरी को लेकर खबरें सामने आई थी और अब सहारनपुर के देवबंद का नाम बदलने की मांग उठाई जाने लगी है. उत्तर प्रदेश सरकार के पास बजरंग दल ने एक पत्र लिखकर देवबंद का नाम बदलने की मांग की है. वहीं इससे पहले अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ किये जाने की मांग की जा रही है.
इसके आलावा मैनपुरी का नाम बदलकर मयन नगर करने का प्रस्ताव भी सरकार के पास भेजा गया है. आपको बता दें कि सहारनपुर जिले का देवबंद सुन्नी मुसलमानों के लिए काफी मायने रखता है. दरअसल यहां सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा मदरसा दारूल उलूम देवबंद मौजूद है.
बदला जाएगा देवबंद का नाम
देश के विभिन्न हिस्सों और दुनिया के अलग-अलग कानों से हजारों की संख्या में युवक दारूल उलूम देवबंद कुरान और हदीस की आयतें पढ़ने के लिए आते हैं. इसी मदरसे के चलते देवबंद का इलाका काफी हद तक मुस्लिम बहुल हो चूका है.
बजरंग दल की पश्चिमी यूपी यूनिट के संयोजक विकास त्यागी ने बताया कि पहले देवबंद की पहचान माता बाला सुंदरी देवी मंदिर से दुनिया भर में हुई थी. देवबंद की पहचान इस्लामिक मदरसा से नहीं हुई. उन्होंने बताया कि पांडवों ने महाभारत के दौरान अपने निर्वासन के कई साल इसी जगह पर बिताए थे.
उन्होंने आगे कहा कि यूपी सरकार लगातार मुस्मिल नामों को हटा कर उन्हें दुसरे नाम दे रही है तो ऐसे में देवबंद जिले का नाम भी बदला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि देवबंद जिले का नाम देववृंद किया जाए. उन्होंने अपनी इस मांग को लेकर सूबे के शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन को एक पत्र भी लिखा है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी के विधायक बृजेश सिंह भी यह मांग कर चुके है. उन्होंने अपना प्रस्ताव रखते हुए कहा था कि देवबंद के रंखंडी जाखवाला और जडोदा पांडा जैसे स्थान हिंदू पौराणिक कथाओं के साथ कई ऐतिहासिक संबंधों के गवाह है.
इसी को देखते हुए इस जिले का नाम भी बदला जाना चाहिए. आपको बता दें कि यूपी के सहारनपुर जिले में पांच निर्वाचन क्षेत्र है जिसमें से देवबंद एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर मुस्लिम आबादी बहुमत में है. बता दें कि सूबे की योगी सरकार फैजाबाद, इलाहाबाद और मुगलसराय का नाम बदला जा चूका है.