रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा संघर्ष लागातार भीषण होता जा रहा है, यूक्रेन से इंसानियत शर्मसार कर देने वाली कई खबरें आ रही है. लेकिन इस बीच कुछ ऐसी खबरें भी आ रही है जो उम्मीदें बंध रही है. यूक्रेन से दोस्ती की एक ऐसी ही मिसाल सामने आई है जिसकी हर कोई तारीफ करता नजर आ रहा है. कमल सिंह राजपूत और मोहम्मद फैसल की दोस्ती की दास्ता सोशल मीडिया पर चार्चा का विषय बनी हुई है.
बीबीसी की एक खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के रहने वाले मोहम्मद फैसल को यूक्रेन पर हम’ले से पहले वापास भारत लौटने का मौका मिला था, लेकिन फैसल ने यह फ्लाइट छोड़ दी.
कमल सिंह के लिए फैसल ने छोड़ी फ्लाइट
बीबीसी के मुताबिक उन्होंने अपने दोस्त कमल सिंह राजपूत के लिए फ्लाइट छोड़ी. बाताया जा रहा है कि अभी दोनों दोस्त रोमानिया में है और भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं. बता दें कि यूक्रेन में दोनों दोस्त एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे.
खबर के अनुसार 23 फरवरी को मोहम्मद फ़ैसल को भारत लौटने की फ्लाइट की टिकट हासिल हो गई थी लेकिन उसके दोस्त कमल सिंह को फ्लाइट का टिकट नहीं मिल पाया था जिससे वह मायूस था. इसलिए मोहम्मद फ़ैसल ने अपनी फ्लाइट छोड़ने का फैसला लिया.
कमल सिंह के मुताबिक उन्होंने फैसल को जाने केे लिए कहा था लिकेन वो नहीं गए. कमल ने कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में जब सभी लोगों को बस जहां से किसी तरह निकल जाने की पड़ी थी, फ़ैसल ने मेरे लिए अपनी फ्लाइट छोड़ दी.
मैंने फ़ैसल से बहुत कहा कि उसे जाना चाहिए, मैं किसी और फ्लाइट से आ जाऊंगा, लेकिन वह मुझे छोड़कर जाने को तैयार नहीं हुआ.
हाथ पकड़ कर बॉर्डर किया क्राॅस
मोहम्मद फैसल कहतेे है कि 23 फरवरी को मेरी फ्लाइट थी. मां ने फोन कर मुझे याद भी दिलाया लेकिन मैंने जाने से साफ़ इंकार कर दिया. मेरे दिमाग में एक ही बात थी कि जब अच्छे समय मेंं हम दोस्त हैं तो बुरे समय में भी मुझे अपने दोस्त का साथ देना चाहिए.
खबर के मुताबिक दोनों बस के जरिए बीते शनिवार को रोमानिया बॉर्डर पहुंचे, इसके बाद दोनों दोस्तों ने हाथ पकड़ कर बॉर्डर पार किया. बार्डर के पास काफी भीड़ मौजूद थी.
ऐसे में एक दूसरे का हाथ पकड़ने की वजह से सिक्योरिटी फोर्सेस नाराज थे तो उन्होंने दोनों को बंदूक की बटों से मा’रा लेकिन फिर भी दोनों दोस्तों ने एक-दूसरे का हाथ और साथ नहीं छोड़ा.
आपको बता दें कि कमल सिंह राजपूत वाराणसी के रहने वाले है, जबकि फ़ैसल का परिवार हापुड़ में रहता है. दोनों ने भारत में एमबीबीएस की पढ़ाई महंगी होने के चलते पढ़ाई के लिए यूक्रेन जाने का फैसला लिया.