मध्यप्रदेश के खुजराहो से गिर’फ्तार किये गए कालीचरण महाराज इन दिनों जे’ल की सलाखों के पीछे बंद है. कालीचरण महाराज पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित और आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है. कालीचरण महाराज की गिर’फ्तारी का खूब विरो’ध किया जा रहा है. साधू-संतों ने भी कालीचरण महाराज की गिर’फ्तारी पर आप’त्ति जाहिर की थी.
वहीं उनकी रिहाई के लिए उनके समर्थकों द्वारा लगातार विरो’ध-प्रदर्शन किये जा रहे है. हालाँकि उनके समर्थकों को प्रदर्शन करना भारी पड़ गया है, दरअसल पुलिस ने कालीचरण के 50 समर्थकों पर केस दर्ज किया है.
50 समर्थकों पर मामला दर्ज
दरअसल बिना प्रशासनिक अनुमति के कालीचरण महाराज के समर्थन में प्रदर्शन किये जा रहे है. जिसके चलते अखिल भारतीय हिन्दू महासभा और एक अन्य दक्षिणपंथी संगठन बजरंग सेना के करीब 50 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर इंदौर पुलिस द्वारा मामले दर्ज किया गए है.

सोमवार को पुलिस के एक अधिकारी ने इस मामले में जानकारी दी है. छोटी ग्वालटोली पुलिस थाने की प्रभारी सविता चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि रविवार को बिना प्रशासन की अनुमति के रीगल चौराहे पर अखिल भारतीय हिन्दू महासभा और बजरंग सेना के करीब 50 अज्ञात कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन और नारेबाजी की गई.
इसके ठीक बाद वो सभी समर्थक जुलूस के रूप में पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे और वहां ज्ञापन सौंप कर छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा कालीचरण महाराज की गिर’फ्तारी पर विरोध जाहिर किया.
उन्होंने जिलाधिकारी द्वारा जारी एक पुराने प्रतिबंधात्मक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि जिले में सार्वजनिक स्थानों पर बिना प्रशासन की पूर्व अनुमति के रैली, जुलूस और धरना-प्रदर्शन का आयोजन नहीं किया जा सकता है.
थाना प्रभारी ने बताया कि इसी आदेश के उल्लंघन के लिए अखिल भारतीय हिन्दू महासभा तथा बजरंग सेना के प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं पर आईपीसी की धारा 188 (किसी सरकारी ऑफिसर का आदेश नहीं मानना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
लगाए गए गोडसे जिंदाबाद के नारे
इसी बीच प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी ने एक वीडियो जारी करके बड़ा दावा किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें रीगल चौराहे पर स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय में कालीचरण महाराज के समर्थक उनके पोस्टरों के साथ पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते दिखे.
वहीं इस दौरान वीडियो में ‘महात्मा नाथूराम गोड़से जिंदाबाद’ के नारे कथित तौर पर गूंजते हुए सुनाई दे रहे है. सूरी का आरोप है कि बीजेपी के राज में कालीचरण महाराज के समर्थकों ने महात्मा गांधी के ह’त्यारे नाथूराम गोड़से के सपोर्ट में नारेबाजी की.
उन्होंने दावा किया है कि यह नारेबाजी पुलिस आयुक्त कार्यालय परिसर के अंदर पुलिस अधिकारीयों को ज्ञापन सौंपते वक्त खुलेआम की गई जबकि इस दौरान पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बन कर खड़े रहे.
अब इंदौर में पुलिस के सामने नाथूराम गोडसे जिंदाबाद के नारे लगे और पुलिस मुक़दर्शको की तरह देखती रही..प्रदेश के गृह मंत्री @drnarottammisra और इंदौर पुलिस कमिश्नर @hariips क्या इस पर अपने विचार स्पष्ठ करेगे?@digvijaya_28@vinay_bakliwal @AZADATIQ @hwponline @ArunNews18mp pic.twitter.com/Qt8r1Ucau8
— Dr Aminul khan Suri (@SuriAminul) January 2, 2022
उन्होंने आगे कहा कि गोड़से के समर्थन में नारे लगाने वाले समर्थकों पर पुलिस ने हल्के कानूनी प्रावधान के तहत मामला दर्ज करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है जो पूरी तरह से गलत है.
सूरी ने कहा कि हमारी मांग है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और इन लोगों पर देशद्रो’ह का मामला दर्ज हो. वहीं इस मामले को लेकर छोटी ग्वालटोली थाना प्रभारी चौधरी का कहना है कि उन्हें कालीचरण समर्थकों द्वारा गोडसे के समर्थक में की गई कथित नारेबाजी के बारे में फ़िलहाल कोई जानकारी नहीं हैं.