मध्यप्रदेश के कटनी जिले के ग्राम सिलोडी थाना ढीमरखेड़ा में रहने वाले राजेंद्र उर्फ राज बर्मन पिता अनिल बर्मन (20 वर्ष) के खिलाफ इंदौर के बाणगंगा पुलिस थाने में एक मामला दर्ज है. राजेन्द्र एक नाबालिग लड़की को अपने साथ भागकर ले गया था. इसके बाद आरोपी ने नाबालिक के साथ कई बार गलत काम किया, जिसके चलते नाबालिग गर्भवती हो गई तो आरोपी उसे झांसा देने लगा. इस सब से तं’ग अक्सर लड़की को खुद को ख’त्म कर लिया.
पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज की थी लेकिन मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी राजेंद्र फरार बना हुआ था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस हर-तरह की कोशिश कर चुकी थे लेकिन बात नहीं बन पा रही थी. पुलिस को जब कोई जरिया नहीं मिला तो पुलिस अधीक्षक ने उसके सिर पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया.
पुलिस बनी प्रेमिका
लेकिन इसके बाद भी वो शातिर पुलिस के ह’त्थे नहीं चढ़ा. आरोपी को दबोचने के लिए पुलिस ने एक टीम बाणगंगा थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी के निर्देशन में गठित की. पुलिस को जानकारी मिली की नाबालिग के सुसा’इड के बाद से ही आरोपी राजेन्द्र उर्फ़ राज फरार था.
राज जबलपुर में रहता था और वहां से निकल कर आंध्र प्रदेश चला गया था. पुलिस ने उसके मोबाईल की लोकेशन के आधार पर जबलपुर और हैदराबाद में पुलिस टीम भेजकर दबिश की लेकिन पुलिस को निराशा ही हाथ लगी.
पुलिस को काफी मशक्कत के बाद भी जब आरोपी पकड में नहीं आया तब पुलिस ने एक नया जाल बनाया. जो काफी अनोखा था. दरअसल पुलिस ने लड़की बन कर आरोपी को फंसाया और धर-दबोचा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस टीम के एक सदस्य ने आरोपी से मोबाइल पर लड़की के नाम से संपर्क साधा. इसके बाद पुलिसकर्मी और आरोपी के बीच बातचीत शुरू हो गयी. पहले आरोपी और पुलिसकर्मी के बीच दोस्ती हुई और फिर यह दोस्ती प्यार में बदल गई.
प्यार का झांसा दे, फंसाया जाल में
पुलिस का चलाया प्यार का चक्कर काम आया और चैटिंग का सिलसिला शुरू हो गया. इसके बाद प्रेमिका बनी पुलिसकर्मी ने आरोपी को विश्वास में लिया और मिलने के लिए जबलपुर बुलाया.
प्यार में पड़े आरोपी ने मिलने के लिए हामी भरी और तारीख, वक्त और जगह तय करके मीटिंग के लिए आरोपी को बुलाया गया. जैसे ही आरोपी ने हाँ बोली पुलिस ने अपना जाल बिछाया. जब आरोपी लड़की से मिलने के उद्देश्य से तय जगह पहुंचा तो पुलिस ने उसे दबोच कर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के इस कारनामे की हर जगह खूब तारीफ हो रही हैं.