हाल ही में असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हम’ले पर शिवसेना के सीनियर नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है. बता दें कि गुरुवार को AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर गोलियां चलाने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिर’फ्तार किया है. ओवैसी पर हम’ला उस वक्त हुआ था जब वह मेरठ के किठौर इलाके से दिल्ली जा रहे थे, उसी दौरान उनके काफिले पर गोलि’यां बरसाई गई.
इस मामले को लेकर संजय राउत ने आजतक से खास बातचीत के दौरान कहा कि जिन लोगों ने ओवैसी जी पर हम’ला किया वह उन्हें मारना नहीं चाहते थे और ना ही उनका खून निकालना चाहते थे.
क्रॉनोलॉजी समझिए- राउत
राउत ने आगे कहा कि यह लोग तो सिर्फ किसी एक समुदाय विशेष को सन्देश देना चाहते थे, क्रॉनोलॉजी समझिए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटर असदुद्दीन ओवैसी के साथ नहीं है जिससे बीजेपी को नुकसान पहुंचने वाला है.
उन्होंने आगे कहा कि ओवैसी पर ह’मले करने वाले आरोपी कौन है, इस पर गौर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर मेरे मन में बहुत इज्जत है लेकिन भाजपा को लेकर असंतोष है.
शिवसेना नेता ने आगे कहा कि यूपी से योगी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार जा रही है, अगर किसी तरह की कोई बेईमानी नहीं होती है तो योगी सरकार का जाना तय है.
रावत ने बिहार का उदहारण पेश करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव आपको याद ही होगा. यहां लास्ट टाइम में बेईमानी कर गोलमाल किया गया था.
यूपी में अखिलेश मजबूत
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जनता के द्वारा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को खूब समर्थन और प्यार मिल रहा है, अखिलेश ने जिस तरह से गठबंधन किये है वो लगातार इस रेस में आगे चल रहे हैं.
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि अगर इस गठबंधन में मायावती अखिलेश के साथ आती तो चुनाव का माहौल ही कुछ और होता. लेकिन मायावती जी ईडी के ड’र से बाहर ही नहीं निकल रही हैं, उन्हें ईडी का ड’र सता रहा है लेकिन उन्हें इससे डर’ने की जरूरत नहीं है.
राउत ने बताया कि हम यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके उतरने पर चर्चा कर रहे थे लेकिन इसमें कुछ देर हो गई थी. यूपी में शिवसेना करीब 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है और हम कुछ छोटे दलों के साथ गठबंधन भी कर रहे है.