यूक्रेन और रूस के बीच जारी आंशति थमने का नाम ही नहीं ले रही है, इसके उल्ट संघर्ष लगातार तेज होता जा रहा है. रूस और यूक्रेनी सेना के बीच चल रही जं’ग में लाखों नागरिक फंसे हुए है जिनके लिए न सिर्फ यूक्रेन बल्कि दुनिया भर में चिंता है. इसके आलावा यूक्रेन में अभी भी बड़ी तादात में विदेशी नागरिक फंसे हुए है, जिनमें भारतीय नागरिक भी शामिल है. इसी बीच यूक्रेनी सरकार ने रूस से यु’द्घ रोकने की अपील की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने रूसी सरकार से अपील की है कि वो खारकीएव और सुमी में जारी हम’लें रोके.
यूक्रेन ने लगाई भारत, पाक और चीन से मदद की गुहार
जिससे वहँ मौजूद नागरिकों को जं’ग के मैदान से सुरक्षित निकाला जा सके. यूक्रेनी सरकार के आनुसार इस इलाके में फंसे नागरिकों में बड़ी संख्या में विदेशी छात्र भी शामिल हैं.
देर रात यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने अपने एक ट्वीट में चीन, भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों की सरकारों से अपील की है कि वो भी रूस से इस संबंध में मांग करें.
यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट में अपील करते हुए लिखा कि यूक्रेनी सरकार भारत, चीन, पाकिस्तान और अन्य राष्ट्रों की सरकारों से अपील करते हैं कि वो अपने छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए रूस से मानवीय कॉरिडोर की मांग उठाए.
मंत्रालय का कहना है कि रूस के हम’लों के चलते बड़ी संख्या में छात्र खारकीएव और सुमी में फँसे हुए हैं. बुधवार को भारत ने खारकीएव में रहने वाले अपने नागरिकोंं से उस इलाके को तत्काल छाेड़ने के लिए कहा था.
We urgently call on the governments of India, Pakistan, China and other counties whose students have become hostages of the Russian armed aggression in Kharkiv and Sumy, to demand from Moscow that it allows the opening of a humanitarian corridor to other Ukrainian cities.
— MFA of Ukraine 🇺🇦 (@MFA_Ukraine) March 2, 2022
आपको बता दें कि भारत के एक छात्र नवीन की दो दिन पहले इसी शहर में गो’लाबारी में मौ’त हो गई थी. भारत सरकार अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत काम कर रही है.
भारतीय छात्रों को बंधक बानाए जाने की खबर गलत
सरकार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों से छात्रों को निकालने पर काम कर रही है, लेकिन अभी भी यह माना जा रहा है कि वहँ कई नागरिक फंसे हुए है. भारतीय विदेश मंत्रालय के आनुसार करीब 17 हज़ार नागरिकों को यूक्रेन की सीमा से निकाला जा चुका हैं.
गुरूवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर भारतीय छात्रा को बंधक बनाये जाने की खबरों को खारिज कर दिया है, मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में किसी भी भारतीय छात्र के बंधक बनाने की खबर नहीं है.
इसके साथ ही भारत सरकार ने यूक्रेन के अधिकारियों से समर्थन का अनुरोध किया है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि हजारों की तदात में अभी भी भारतीय छात्र खारकीएव में फंसे हुए हैं.