यूपी चुनाव शुरूआत से ही दिलचस्प रहा है और जैसे-जैसे यह अपने अंतिम दौर में पहुंचता जा रहा है, रोमांच में और बढोत्तरी होती जा रही है. यूपी चुनाव प्रचार-प्रसार, बयान और कई अनूठे कामों के लिए चर्चा में रहा है. चुनाव हो चुका है और अब नतीजों में भी सिर्फ एक दिन की दूरी है. इसके बाद पता चल जाएगा कि आएंगे तो योगी या बाईस में बाइसिकल में से कौन-सा नारा साकार होगा.
यूपी में किसका डंका बजेने वाला है, इसे लेकर कई पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स और सट्टा बाजार के अपने-अपने अनुमान है. वहीं गांव-शहरों में बैठे आम आदमी भी सूबे के चुनाव पर अपनी समझ के हिसाब से कयास लगा रहे है.
बदायूं के दो किसानों के बीच अनूठी शर्त
एक ऐसा ही मजेदार और दिलचस्प कयास इन दिनों चर्चा में है. मामला यूपी के बदायूं का है जहां दो किसानों ने यूपी चुनाव के नतीजों पर सबसे बड़ा दाव खेला है.
दरअसल मामला एक शर्त का है और यह शर्त लगाई गई है, यूपी चुनाव के नतीजों पर और दांव पर है चार बीघा जमीन. बदायूं के शेर अली शाह और विजय सिंह ने यह बड़ी शर्त लगाई है.
सोशल मीडिया पर इस शर्त के खूब चर्चा हो रहे है और लोग शेर अली शाह के हौसलों की तारीफ करते भी नजत आ रहे है. यूपी में योगी जी सत्ता में वापसी करेंगे या फिर परिणाम अखिलेश के पक्ष में होंगे, इसे लेकर चार बीघे जमीन की जोत दांव पर लग गई है.
बदायूं के विजय सिंह बीजेपी के पक्ष में है और शेर अली शाह सपा के समर्थन में हुंकर भर रहे है. विजय सिंह और शेर अली शाह ने न सिर्फ शर्त लगाई है बल्कि एक करारनामा भी तैयार किया है.
दांव पर लगी चार बीघा जमीन
इस करारनामें में दोनों के अंगूठे के निशान और कुछ गवाहों के नाम भी मौजूद है. सोशल मीडिया पर शेर अली और विजय सिंह के बीच हुआ यह दिलचस्प करारनामा भी खूब वायरल हो रहा है.
अगर यूपी मेंं बीजेपी सरकार आती है तो शेर अली शाह अपनी चार बीघा जमीन को एक साल के लिए विजय सिंह को खेती करने के लिए देंगे और अगर सपा की सरकार बनती है तो विजय सिंह को 4 बीघा जमीन शेर अली के हवाले एक साल के लिए करना होगी.
इस करारनामे पर गांव के प्रमुख 12 लोग गवाह बनाए गए है. 10 मार्च को आने वाले नतीजेे अब अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ शेर अली और विजय सिंह के लिए भी महत्वूर्ण हो गए हैं.