रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच फंसे भारतीयों के मामले को लेकर देशभर से प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं तक सभी लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे है. विपक्षी दल यूक्रेन से भारतीय छात्रों को अब तक नहीं निकाल पाने को सरकार की असफलता करार दे रहे है. साथ ही सभी लोग भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर कर रहे है.
इसी बीच सत्ताधारी बीजेपी पार्टी के सांसद और नेता वरुण गांधी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के मुद्दे को उठाते हुए अपनी पार्टी की सरकार पर ही निशाना साधा है.
हर आपदा में ना खोजे “अवसर”
वरुण गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि सही वक्त पर फैसला नहीं लेने के चलते आज भारतीय छात्र यु’द्धभूमि में फंसे हुए है.
बीजेपी सांसद ने सोमवार को किये अपने एक ट्वीट में यूक्रेन क्राइसिस में मिस मैनेजमेंट का आरोप लगाते हुए अपनी ही पार्टी की सरकार पर तीखा तंज कसा है.
इसके साथ ही वरुण गांधी ने एक वीडियो भी शेयर किया है. वीडियो में यूक्रेन में फंसी एक छात्रा भारतीय दूतावास के एक अधिकारी से शिकायत करती हुई दिख रही है.
छात्रा इस वीडियो में कहती है कि दुनियाभर की सरकारें अपने छात्रों को यूक्रेन से निकाल रही है. लेकिन भारत सरकार इस पर कुछ नहीं कर रही है. छात्रा आरोप है कि भारत सरकार से उन्हें कोई सहायता नहीं मिल रही है.
वरुण ने इस छात्रा के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि सही वक्त पर सही फैसले न लिए जाने के चलते अभी भी 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच यु’द्ध क्षेत्र में फंसे हुए है.
उन्होंने आगे लिखा कि ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही के द्वारा इनकी सुरक्षित वापसी करना इन पर कोई उपकार नहीं होगा बल्कि यह हमारा दायित्व है. वरुण गांधी ने आगे लिखा कि हर आपदा में ‘अवसर’ की खोज नहीं करना चाहिए.
सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए है।
ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है।
हर आपदा में ‘अवसर’ नही खोजना चाहिए। pic.twitter.com/6GIhJpmcDF
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 28, 2022
अब तक यूक्रेन से निकाले गए 2000 भारतीय
रूस और यूक्रेन में फैली अशांति के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भारत ने रविवार को रूस और यूक्रेन को अपनी चिंताओं से अवगत कराया है.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि जिनेवा स्थित इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस (आईसीआरसी) से भी भारत ने संपर्क करके भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी वहां से निकासी करने में मदद करने का अनुरोध किया है.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रविवार तक भारत ने यूक्रेन से अपने करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है. इनमें से 1,000 लोगों को चार्टर्ड विमानों से हंगरी और रोमानिया के रास्ते घर लाया गया है.