देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत बुधवार को तमिलनाडु में हुई एक हेलिकॉप्टर दु’र्घ’ट’ना के चलते अब हमारे बी’च नहीं रहे. इस हाद’से ने पूरे देश को झं’झोर कर रख दिया है, CDS जनरल बिपिन रावत के असा’मयिक निध’न से देश भर में शो’क की लहर है. उनके इस दुनिया से जाने से हर कोई दु’खी है. वो भारत मां के ऐसे ला’ल रहे जिस पर हर देशवासी को गर्व है.
आज हम आपको जनरल बिपिन रावत से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा बताने जा रहे है जो आपको उन पर गर्व करने का एक और कारण देता है. यह किस्सा बताता है कि वो सैनिकों और उनके परिजनों के प्रति किस तरह की सम्मान भावना रखते थे.
रसूलन बीबी से मिलने के लिए विदेश से वापस लौटे थे जनरल रावत
बात 10 सितंबर 2017 की है, दिन रविवार का था. शहीद अ’ब्दुल हमीद के 52वीं शही’द दिवस समारोह में शामिल होने के लिए पहली बार तत्कालीन सेना प्रमुख बिपिन रावत गाजीपुर पहुंचे थे.

उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला इसलिए लिया था क्योंकि खुद शहीद अ’ब्दुल हमीद की 90 वर्षीय पत्नी रसूलन बीवी उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंच उन्हें निमंत्रण दिया था.
अ’ब्दुल हमीद के पौ’त्र जमील आलम ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में बताया कि हर साल की तरह 10 सितंबर 2017 को भी उनके दादाजी परमवीर च’क्र विजेता शहीद वीर अ’ब्दुल हमीद की याद में शहादत दिवस मनाया जाना था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के दौर पर बिपिन रावत को आमंत्रित करने के लिए वो दिल्ली गए थे.
जमील आलम बताते है कि उनके साथ उनकी 90 वर्षीय दादी रसूलन बीबी भी गई थी लेकिन इस वक्त थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश में नहीं थे. अपनी दादी के साथ जमी’ल रावत के आवास पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि जनरल रावत से मुलाकात करने के लिए उन्हें बाद में आना होगा.

जनरल रावत के स्टाफ ने उन्हें इस बात की जनकारी विदेश में ही थी कि शहीद अ’ब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी उनसे मुलाकात के लिए उनके आवास पर पहंची थी. जानकारी मिलते ही जनरल रावत ने रसूलन बीबी को सूचना देकर बताया कि वो अगली सुबह ही भारत आ जाएंगे और उनसे मुलाकात करेंगे.
पैर छू’कर लिया था आशीर्वाद
रसू’लन बीबी और जनरल रावत की मुलाकात हुई तो उन्होंने जनरल रावत को वीर अ’ब्दुल ह मीद की शहादत दिवस पर गाजीपुर के धामपुर गांव में हर साल होने वाले कार्यक्रम में बतौर मुख्य अति’थि शामिल होने का निमंत्रण दिया.

इसके बाद इस कार्यक्रम में जनरल रावत अपनी पत्नी के साथ पहुंचे. इस दौरान जनरल रावत ने मंच पर रसूलन बीबी के पै’र छू’कर प्रणाम करते हुए उनसे कहा कि आप मेरी मां की तरह हैं. वहीं इस दौरान रसूलन बीबी ने वीर अ’ब्दुल हमीद के नाम से एक रेजिमेंट स्थापित करने और गाजीपुर में एक सैनिक स्कूल शुरू करने की मांगी रखी.
इसके आलावा उन्होंने गाजीपुर में सेना की भ’र्ती नियमित कराई जाने की मांग भी उठाई थी. जिस पर जनरल बिपिन रावत ने उनकी सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी उन्हें दिया था.