रूस और यूक्रेन में चल रहा संघर्ष लगातार तेज होता जा रहा है और फिलहाल इस संघर्ष के खत्म होने के आसार भी नजर नहीं आ रहे है. इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी को लेकर काफी बहस छिड़ी. यूक्रेन में भारतीय की मदद के लिए सरकार से लगातार मांग की गई जिसके बाद सरकार ने अपने अभियान को तेजी देते हुए अपने चार कैबिनेट मंत्रियों को यूक्रेन के चार पड़ोसी राज्यों में भेजा.
इस बीच रोमानिया गए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक वीडियों सामने आया जिसमें वो रोमानिया के मेयर से भिड़ंत करते दिखे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ.
मुझ इस बात पर आया बहुत गुस्सा
जिसे लेकर कांग्रेस ने कहा कि सिंधिया छात्रों को बचाने का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे थे, जिसका रोमानिया के मेयर ने वि’रोध किया. लेकिन हकीकत में सिंधिया और मेयर के बीच किस बात को लेकर भिड़ंत हुई थी, वह वजह सामने आ गई है.
सिंधिया से हुई बातचीत की सच्चाई रोमानिया के स्नेगोव कस्बे के मेयर मिहाय एंगेल ने बताई है. द क्विंट से बातचीत में मेयर ने कहा कि वो कोई राजनीतिक वि’वाद नहीं चाहते थे, उन्हें सिर्फ भारतीय छात्रों की चिंता थी.
उन्होंने कहा कि वाेे छात्र यु’द्धग्रस्त क्षेत्र से निकल कर आए थे और जानना चाहते थे कि उन्हें आखिरकार भारत कब और कैसे पहुंचाया जाएगा. मेयर के अनुसार सिंधिया देर शाम कैमरों के साथ वहां पहुंचे और ऐसा लगा कि वो पीआर स्पीच देने आए हों.
मंत्री पीआर स्पीच देने लगे जबकि उन्हें जरूरत थी कि वह घबराए हुए छात्रों को ढांढस बंधेे. छात्रों ने 27 फरवरी को सिरेत बॉर्डर क्रॉस किया और उन्हें स्नेगाव के एक गांव में जिम्नेजियम में शेल्टर दी गई.
मेयर के मुताबिक स्थानीय एंबेसी के भारतीय अधिकारियों ने छात्रों से कहा कि अगले दिन तक बसें आ जाएगी. जब सिंधिया वहां पहुंचे तो उन्हें उम्मीद थी कि परेशान छात्रों को अपने तमाम सवालों के जल्द ही जवाब मिल जाएंगे.
नहीं जानता था कि सिंधिया मंत्री है
लेकिन सिंधिया ने अपनी स्पीच में छात्रों को यह नहीं बताया कि उन्हें बाहर कब निकलेंगे, उन्हें भारत के लिए फ्लाइट कब मिलेगी. मेरी नाराजगी इस बात पर थी कि परेशान छात्रोंं को विस्तार से बताया जाए कि उन्हें कब तक उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचा दिया जाएगा.
मेयर ने आगे कहा कि मैंने उन बच्चों का दर्द सुना था, मैं उनके लिए दुखी था. मैं नहीं चाहता था कि उन दुखी बच्चों का पीआर शूट के लिए इस्तेमाल हो, इसी पर मुझे गुस्सा आ गया.
मेयर मिहाय एंगेल ने बताया कि उन्हें पता नहीं था कि सिंधिया कोई मंत्री हैंं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर उन्हें पता भी होता तब भी वह उतना ही नाराज होते. बता दें कि मेयर और सिंधिया के बीच बाद में बातचीत भी हुई और दोनों ने हाथ भी मिलाया था.