प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हमेशा साए की तरह रहने वाले उनके बॉडीगार्ड को तो आपने देखा ही होगा. पीएम मोदी जहां भी जाते है, उनके बॉडीगार्ड भी उनके साथ चलते हुए नजर आते है. पीएम मोदी के बॉडीगार्ड में आपने एक बात कॉमन जरूर देखी होगी कि यह सभी हमेशा काला चश्मा पहने हुए रहते है. दरअसल सिर्फ मोदी ही नहीं बल्कि सभी वीआईपी के बॉडीगार्ड्स काले चश्मा पहन के रखते हैं.
चाहे धूप हो या छांव बॉडीगार्ड अपने चशमे को कभी नहीं उतरते है. बॉडीगार्ड के लिए काले धूप की चश्मेे पहनना कोई स्टाइल नहीं है बल्कि इसके पीछे कई कारण छिपे हुए है. तो चलिए जानते है कि आखिर क्यों वीआईपी लोगों के बॉडीगार्ड्स काला चश्मा पहन के रखते हैं.
बॉडीगार्ड क्यों पहनते हैं काला चश्मा
वीआईपी लोगों के बॉडीगार्ड्स के काले चश्मे पहनने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वह सभी पर नजर रखते है. ऐसे में यह जरूरी है कि किसी को यह पता न चले कि वह उसकी तरफ देख रहे है. इसलिए बॉडीगार्ड्स काला चश्मा पहन सब पर अपनी नजर रखते हैं.
बॉडीगार्ड्स के काला चश्मा पहनने के पीछे एक वजह यह भी है कि यह काला चश्मा उनकी आंखें को धूप आंधी तूफान और तेज हवाओं से बचाता है, ऐसे में वह इन स्थितियों में भी चौकांना रह कर वीआईपी लोगों की सुरक्षा कर पाते है.
बॉडीगार्ड जब वीआईपी लोगों के साथ बाहार होते है तो उनका काम होता है उनके मालिक को किसी प्रकार की परेशानी ना हो. इस बीच अगर कोई हाद’सा या दुर्घ’टना, ब’मबारी, गो’लाबारी होती है.
तो एक बार के लिए आंखें बंद हो जाती हैं. ऐसे में बॉडीगार्ड अपनी आंखों को खुला रखने के लिए धूप के चश्मे पहनते हैं जो ऐसे हालातों में भी आंखें खुली रखता है.
सं’दिग्ध व्यक्ति पर रखते है पैनी नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे वीआईपी की सुरक्षा में कई पंक्ति होती है. बॉडीगार्ड्स को सुरक्षा करने और सं’दिग्ध व्यक्ति की पहचान करने के लिए कई तरह की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है.
जब बॉडीगार्ड सुरक्षा में तैनात होते है तो वह बॉडी लैंग्वेज को देखकर संदिग्ध व्यक्ति का पता लगा लेते है. वह यह अंदाजा लगाते है कि यह व्यक्ति कुछ गैर कानूनी हरकत कर सकता है.
ऐसे व्यक्ति जो शक के दायरे में होते है उन पर बॉडीगार्ड पैनी नजर रखते है. ऐसे में यह जरूरी होता है कि सं’दिग्ध व्यक्ति को यह पता न चल सके कि उस पर नजर रखी जा रही है. इसलिए बॉडीगार्ड काला चश्मा हर वक्त पहने रहते है.